भारत ने बनाया सड़क निर्माण का विश्व रिकॉर्ड, पटेल इन्फ्रास्ट्रक्चर की बड़ी उपलब्धि 24 घंटे में बनाई 34.24 किमी सड़क

पटेल इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड ने रचा सड़क निर्माण में विश्व रिकॉर्ड, 24 घंटे में 34.24 किमी बिटुमिन बिछाया
लखनऊ (टेलीस्कोप टुडे संवाददाता)।
देश के बुनियादी ढांचे को नई ऊँचाइयों तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभा रही गुजरात की प्रमुख निर्माण कंपनी पटेल इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड ने सड़क निर्माण क्षेत्र में नया कीर्तिमान स्थापित किया है। कंपनी ने गंगा एक्सप्रेसवे परियोजना के अंतर्गत 24 घंटे में 34.24 किलोमीटर बिटुमिनस कॉन्क्रीट रोड का निर्माण कर विश्व रिकॉर्ड बनाया है।
यह रिकॉर्ड 17 मई 2025 की सुबह 5 बजे से 18 मई 2025 की सुबह 5 बजे के बीच पूरा किया गया। इस दौरान 20,105 मीट्रिक टन बिटुमिनस कॉन्क्रीट का उपयोग कर 171,210 वर्गमीटर क्षेत्र में सड़क बिछाई गई। साथ ही, 10 किलोमीटर मैटल बीम क्रैश बैरियर भी पटेल की सहयोगी कंपनी रोड शील्ड प्राइवेट लिमिटेड द्वारा स्थापित किए गए।
अंतरराष्ट्रीय मान्यता प्राप्त
इस असाधारण उपलब्धि को गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स, इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, और एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स ने प्रमाणित कर आधिकारिक मान्यता दी है।
सीएम योगी आदित्यनाथ का ड्रीम प्रोजेक्ट
गौरतलब है कि गंगा एक्सप्रेसवे परियोजना उत्तर प्रदेश सरकार की सबसे महत्वाकांक्षी परियोजनाओं में से एक है और इसे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ड्रीम प्रोजेक्ट के रूप में देखा जाता है। यह भारत का राज्य स्वामित्व वाला सबसे लंबा एक्सप्रेसवे है, जो प्रदेश की कनेक्टिविटी और औद्योगिक विकास को नया आयाम देगा।
यूपीडा की निगरानी में हुआ रिकॉर्ड निर्माण
इस परियोजना का नेतृत्व यूपीडा (उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण) द्वारा किया गया, जिसमें सीईओ मनोज कुमार सिंह की दूरदर्शिता और सक्रिय निगरानी की अहम भूमिका रही। हरदोई और उन्नाव जिलों के बीच बन रहे इस खंड का विकास अदानी रोड एंड ट्रांसपोर्ट लिमिटेड (ARTL) द्वारा किया जा रहा है।
टीम वर्क और तकनीक का अद्भुत संगम
इस ऐतिहासिक कार्य को अंजाम देने में इंजीनियरों, कुशल श्रमिकों, उन्नत मशीनरी और समर्पित प्रबंधन का पूर्ण योगदान रहा। टीम ने सीमित समय में अद्भुत समन्वय और तकनीकी कौशल का प्रदर्शन किया।
कंपनी के एमडी का बयान
पटेल इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर अरविंद पटेल ने कहा,
"हमें गर्व है कि हम इस ऐतिहासिक उपलब्धि के माध्यम से राष्ट्र निर्माण में योगदान दे रहे हैं। यह सिर्फ एक रिकॉर्ड नहीं है, बल्कि हमारी टीम के संकल्प और भारतीय इंजीनियरों की असाधारण क्षमता का परिचायक है।"