जय जय कुर्मी
"कुर्मी" स्वतंत्रता सेनानी, लौह पुरुष, एकता के प्रतीक और अखंड भारत के संस्थापक देशभक्त श्री सरदार साहब के उत्तराधिकारी हैं।
कुर्मी समाज न सिर्फ भारत में रह रहा है, बल्कि विश्व मंच पर भी अपने आदर्शों, संस्कारों और कर्मों से पूरे विश्व में अपनी और कुर्मी समाज की खुशबू फैला रहा है। कुर्मी अपने हुनर और मेहनत से बिजनेस, नौकरी और अपने-अपने क्षेत्र में बड़ा योगदान दे रहे हैं। चाहे असामयिक आपदा हो, चाहे सूखा हो, चाहे कोई प्राकृतिक आपदा हो या कोई भी समाज सेवा का कार्य हो, कुर्मी हमेशा आगे रहते हैं।
प्रिय एवं सम्मानित स्वजाति मित्रों, समय के साथ ही हमारे पिछड़े समाज की प्रमुख जागरूक कुर्मी जाति अपनी गौरवशाली इतिहास को भूलती जा रही है। सृष्टि के आरंभ काल से ही कुर्मी जाति का इस प्रकृति, सृष्टि के रख -रखाव और देश दुनियां के विकास में कृषि और मवेशी पालन के माध्यम से बहुत बड़ा और प्रमुख भूमिका रही है ओर आज भी बरकरार है। इतिहास गवाह है जब जब देश -दुनियां को आवश्यकता हुई तब तब हमारे पूर्वजों ने कभी गौतम बुद्ध, स्वामी महावीर ,तो कभी उमियाँ, तो कभी राजा भोज, राजा बलि, राजा कृष्णदेवराय तो कभी छत्रपति शिवाजी महाराज, छत्रपति राजर्षि शाहूजी महाराज, लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल बनकर हमारे सर्व समाज और देश-दुनियां को दिशा निर्देश देने का महान कार्य किये हैं। गौतम बुद्ध, स्वामी महावीर ,छत्रपति शिवाजी महाराज से लेकर छत्रपति राजर्षि शाहूजी महाराज जी, सरदार वल्लभ भाई पटेल तक राष्ट्र प्रेम, सामाजिक सदभाव, सहयोग, परस्पर आपसी प्रेम, भाईचारे और समतावादी विचारधारा का संदेश दिया। पर आज हमारा कुर्मी समाज अपने महान विभूतियों और उनके गौरवशाली इतिहास को भूल चुका है जिसके कारण देश के विभिन्न राज्यों में विभिन्न शाखाओं और उपजातियों में बंट गया जिसका फायदा दूसरे समाज के लोग उठा रहें हैं।
भारत देश में करीब 32 करोड़ हमारे कुर्मी समाज की आबादी होने के बाद भी इसका आर्थिक, शैक्षणिक, बौद्धिक, मानसिक, सगठनिक और राजनैतिक रूप से विकास नहीं हो पाया है। इसका कारण हमारा आपस में विभिन्न शाखाओं में बंटा होना और एक -दुसरे को नीचा दिखाकर नुकसान करना है। पिछड़े वर्ग की प्रमुख जागरूक जाति होने और आपसी फूट की वजह से आज पूरे देश में कुर्मी समाज के मित्रों, जनप्रतिनिधियों, नौकरशाहों, नौजवानों और महिलाओं को टारगेट बनाकर अत्याचार, अन्याय और उत्पीड़न, शोषण, ज्यादती किये जा रहे हैं। पर तब भी हम लोग कुम्भकरनी नींद से जाग नहीं रहें हैं। परिणाम स्वरूप हमारा कुर्मी समाज आर्थिक,शैक्षणिक,बौद्धिक ,मानसिक, सांगठनिक और राजनैतिक रूप से दिनों दिन पिछड़ता ही जा रहा है पर इसकी परवाह किसी को नहीं है।
यह सत्य है कि आप एक सजग और उन्नत श्रेणी के व्यक्ति हैं | आप इन्टरनेट और फेसबुक तथा अन्य सोसल साईट्स के माध्यम से जागरूकता फैला रहे हैं पर आपके समाज में कितने लोग इन साईट्स में हैं ? आपकी बात कितने लोगों तक पहुँच रही है? आप में जो राजनीति में हैं या राजनीति को अपना कैरिएर बनाना चाहते हैं उन्हें फील्ड में जाकर कम करना होगा | बिना राजनीति के सत्ता में भागीदारी नहीं मिलेगी | सत्ता के साथ साथ पत्रकारिता , कविता , लेखन साहित्य अति आवश्यक है| जो समाज इन क्षेत्रों में आगे रहता है वही आगे बढ़ता है | समाज चिल्लाने ,शोर मचाने या झूठी एकता दिखाने से नहीं बढ़ पायेगा | एक योजनाबद्ध ढंग से कार्य करने की आवश्यकता है |
प्रगति की राह में समस्याएं बड़ी बाधा हैं। समस्याएं व्यक्ति को दुखी और दुखी करती हैं परिणाम स्वरूप उनका विकास प्रभावित होता है। समस्याएं हमारे जीवन का हिस्सा हैं। कोई भी उन्हें जीवन में आने से नहीं रोक सकता है लेकिन नकारात्मक प्रभाव और समस्याओं के प्रभाव को कम करने के बीच आपसी सहयोग से कम किया जा सकता है। समस्या को जल्द से जल्द हल करके न्यूनतमकरण संभव है। कुर्मी संगठनों, कुर्मी की वर्तमान और भविष्य की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए और प्रौद्योगिकी का उपयोग करके एक वेब पोर्टल बनाया गया है जो कुर्मी समाज के बारे में जानकारी प्रदान करता है। जो सही मायने में कुर्मी समाज की, कुर्मी के लिए काम करने वाली और कुर्मी द्वारा संचालित संस्था बनेगी.
हर कार्य सफल होने से पूर्व एक स्वपन्न होता है। कार्य कितना कठिन अथवा कितना सरल है, यह केवल हमारी इच्छा शक्ति पर निर्भर होता है। हमें सदैव दृढ़निश्चय के साथ प्रयत्न करते रहने चाहिए क्योंकि इसी प्रकार प्रयास करते हुए हम सफलता को प्राप्त कर सकते हैं इसको बनाने का उद्देश्य "सभी समाज के लोगों को जोड़ना एवं समाज को डिजिटल क्रांति की ओर ले जाना है"। कुर्मी वर्ल्ड एक डिजिटल प्लेटफॉर्म रहेगा , जो केवल अपने जाति के पुंज का समर्थक होगा। खुद को किसी सङ्गठनात्मक ढांचा में न बांध खुद को निराकार रखना , जो सामाजिक एकता हेतु हर आकार में ढल सके।
विजन: सामाजिक बदलाव के लिए एक डिजिटल प्लेटफार्म तैयार करना
मिशन: कुर्मी समाज के लोगों के लिए एक ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म प्रदान करती है। कुर्मी समुदाय के सदस्यों को एकजुट करना, उनके बीच सामाजिक और सांस्कृतिक संवाद को बढ़ावा देना, और उनकी समस्याओं और आवश्यकताओं पर ध्यान केंद्रित करना है।
टैगलाइन: कुर्मी समुदाय के बीच संपर्क और सहयोग बढ़ाने के लिए एक डिजिटल मंच
कुर्मी ज्ञान केंद्र
1. कुर्मी के लिए और कुर्मी द्वारा सम्बन्धित किसी भी कुर्मी संगठन की जानकारी प्रदर्शित करना।
2. कुर्मी वर्ल्ड, कुर्मी सामुदायिक सेवा संस्थानों जैसे मंदिर, धर्मशाला, गौशाला, समाजवादी, अस्पताल, स्कूल, कॉलेज, छात्रावास, धर्मार्थ ट्रस्ट और अन्य संस्थानों की जानकारी एकत्र करेगा और इस वेब साइट पर प्रदर्शित करेगा।
3. कुर्मी संगठन, कुर्मी संगठन के कार्य, कुर्मी संगठन योजना, कुर्मी संगठन योजना की जानकारी संकलित और प्रदर्शित करना।
4. कुर्मी संगठन में होने वाले कार्यक्रमों की सूची को समाचार के रूप में प्रदर्शित करना, ताकि विश्व के सभी कुर्मी को ऐसी गतिविधियों के बारे में जानकारी मिल सके।
5. कुर्मी परिवारों के लिए सेवा उन्मुख कार्यक्रमों, योजनाओं, परियोजनाओं, योजना और अन्य सेवा कार्यक्रमों को कुर्मी संगठनों द्वारा कुर्मी तक पहुंचाना।
6. दुनिया के प्रसिद्ध कुर्मी रत्नों और कुर्मी शहीदों के बारे में जानकारी प्रदर्शित करेगा, जिन्हें अंतरराष्ट्रीय, राष्ट्रीय और राज्य स्तर पर सम्मानित किया गया है।
7. स्वजातीय महापुरूषों की इतिहास की जानकारी देकर अथवा रचनाओं आदि के द्वारा स्वजातीय स्वाभिमान को उॅंचा उठाना
8. विश्व के किसी भी देश में संवैधानिक पदों पर आसीन कुर्मी की जानकारी एकत्रित करना एवं प्रदर्शित करना।
9. लोगों की अपेक्षाओं और आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए वैज्ञानिक तरीके से सर्वेक्षण करके और डेटा विश्लेषण की सहायता से मौजूदा कुर्मी संगठनों तक जानकारी पहुंचाना, ताकि कुर्मी संगठन भविष्य के लिए आज खुद को तैयार कर सके योजनाएँ और चुनौतियाँ।
सामाजिक उद्देश्य: -
1. सामाजिक संगठन को मजबूत करना, सामाजिक एकता के माध्यम से सामाजिक समृद्धि लाना।
2. हमारी संस्कृति और विरासत का संरक्षण और संवर्धन।
3. कम्यूटेशन लिंक बनाए रखें ताकि हमारी समृद्ध संस्कृति / विरासत की सराहना की जाए और लोग पूर्वी और पश्चिमी दोनों संस्कृतियों को अपना सकें।
4. सभी सदस्यों को विभिन्न सामाजिक कार्यक्रमों के आयोजन द्वारा हमारे सामाजिक बंधनों को ताज़ा करने के लिए सामूहिक और आकस्मिक रूप से बातचीत करने के लिए एक साझा मंच प्रदान करें।
5. दुनिया के किसी भी हिस्से में कुर्मी समाज की सभी गतिविधियों के होने की जानकारी साझा करने के लिए
6. One PLATFORM जो समाज के सभी वर्गों को जोड़ने और एक दूसरे के लाभ के लिए उपयोगी जानकारी साझा करने में सहायक है।
7. अपने प्रखण्ड/जिला/ क्षेत्र के क्रांतिकारी भाइयो को जोड़ना, जो अपने समाज के प्रत्येक लोगो के सुख दुःख में कदमताल मिला एक साथ खड़े हो सके | जरूरत के अनुसार प्रशासन के पास , नेता के पास , किसी अन्य शोषण करने वाले के समाने तनकर एक स्वर में खड़े हो सकें।
8. स्वजातीय पत्र पत्रिकाओं के प्रकाशन से जातीय ज्वलंत समस्याओं पर प्रकाश डालना तथा सभी प्रदेशों की गतिविधियों से समाज को अवगत कराना
9. कुर्मी समाज के सर्वांगीण विकास के लिए समय-समय पर आवश्यकतानुसार नई योजनाओं को कार्यान्वित करना
10. स्वजाति के आर्थिक, राजनैतिक, सामाजिक, शैक्षणिक, सांस्कृतिक विकास द्वारा देश की राष्ट्रीय उन्नति में योगदान करना
11. समाज में व्याप्त शाखावाद / उपजातिवाद के भेद को आपसी प्रेम पूर्ण कम्युनिकेशन तन्त्र से जिलावार - राज्यवार भाइयो के साथ मिलकर दूर करना
कम्युनिटी के बीच कनेक्टिविटी मुद्दा (सामाजिक निर्देशिका):
बहुत बार यह देखा गया है कि कम्युनिटी लोग एक ही विभाग में काम करते हैं या एक ही जिले, क्षेत्र या पड़ोस में रहते हैं लेकिन एक दूसरे के लिए अज्ञात रहते हैं। कम्युनिटी के लोगों का डिस्कनेक्ट हमारे विकास में एक बड़ी बाधा है। पारस्परिक संपर्क की अनुपस्थिति और स्नेह की कमी ने कम्युनिटी की वृद्धि को बाधित किया है। जब कोई समस्या आती है या कोई प्रतिकूल परिस्थिति उत्पन्न होती है, तो हम पूरी तरह से अकेला, खोया और असहाय महसूस करते हैं। प्रतिकूल परिस्थितियां और अचानक समस्याएं हमें भारी पड़ती हैं और भारी नुकसान का कारण बनती हैं।
सामाजिक निर्देशिका और सुशासन के माध्यम से विकास
- ज्ञान ही शक्ति है। कम्युनिटी लोग को लगातार कुर्मी वर्ल्ड के माध्यम से अद्यतन ज्ञान प्राप्त होगा और इस प्रकार वे सशक्त बने रहेंगे। वे ज्ञान प्राप्त करने की अच्छी आदत भी विकसित करेंगे। इस ज्ञान का उपयोग करके, कुर्मी अपनी और कम्युनिटी की आय को बढ़ाने में सक्षम होगा।
- वे जिला और राज्य स्तर पर संपर्क विकसित करने में सक्षम होंगे। इन सामाजिक संपर्कों से उनकी सामाजिक पूंजी में वृद्धि होगी और वे अपने काम के बारे में भी उत्साह महसूस करेंगे। उसके सामाजिक नेटवर्क का विस्तार होगा। बड़ा नेटवर्क उसके मजबूत होने की भावना पैदा करेगा।
- "उसे नियमित रूप से नए लोगों और नए अधिकारियों से मिलने के अवसर मिलेंगे जो उसे नई चीजें सीखने के लिए पर्याप्त गुंजाइश प्रदान करेगा क्योंकि प्रत्येक व्यक्ति के पास दूसरों के साथ साझा करने के लिए कुछ नया है। कुर्मी वर्ल्ड की स्थापना कम्युनिटी के व्यापारिक लोगों को बढ़ावा देने के लिए की गई है। वे इस प्लेटफॉर्म का उपयोग अपनी कृषि को कृषि-व्यापार में बदलने के लिए कर सकते हैं।
आर्थिक उद्देश्य: -
1. जल संरक्षण और जल प्रबंधन कार्यक्रमों के माध्यम से कृषि और किसानों को समृद्ध करना।
2. समाज को एक बड़े कम्युनिकेशन नेटवर्क से जोड़ना जिसमे प्रत्येक कुर्मी भाई प्रत्यक्ष व् अप्रत्यक्ष रूप से प्रखण्ड स्तर से जिला स्तर तक जिला से राज्यवार स्तर तक राज्य से पुरे भारत स्तर पर जुड़े। इस तन्त्र से हमारे समाज के व्यवसायी वर्ग को मैन पावर व्बेरोजगार वर्ग को नौकरी के साधन उपलब्ध हो सके साथ ही अन्य समाजिक आवश्यकताओं की भी पूर्ति हो सके।
नौकरी की आवश्यकता / सूचना: -
1. समाज के जरूरतमंद युवाओं को नौकरी का अवसर प्रदान करने के लिए एक मंच
2. नौकरी प्रदाता ईमेल के माध्यम से नौकरी की उपलब्धता के बारे में विश्वास करने के लिए सूचित करता है
शैक्षिक उद्देश्य :-
हम सब इस धरती पर मानव रूप में जन्म लेते है लेकिन शिक्षा (ज्ञान) के माध्यम से कोई इन्सान बनता है, कोई डॉक्टर, कोई इंजिनियर तो कोई और कुछ I शिक्षा के बिना मानव पशुतुल्य है I हम सभी अपने बच्चों को सफलता की ओर जाते हुए देखना चाहते हैं, जो केवल अच्छी और उचित शिक्षा के माध्यम से ही संभव है। सभी अभिभावक अपने बच्चों को बचपन से ही जीवन में शिक्षा के महत्व और शिक्षा के लाभों के बारे में बताते हैं, ताकि वे उनका ध्यान भविष्य में बेहतर शिक्षा की ओर कर सकें। उचित शिक्षा भविष्य में आगे बढ़ने के लिए बहुत से रास्तों का निर्माण करती है। यह हमारे ज्ञान के स्तर, तकनीकी कौशल और नौकरी में उच्चपद को प्राप्त करने के राह में सामाजिक, मानसिक और बौद्धिक रुप से मजबूत बनाती है। डिजिटल कुर्मी समाज ने यह जाना कि वर्तमान में शिक्षा के क्षेत्र में समाज के युवक, युवतियों कि तुलना में काफी पिछड़ चुके है, कुछ सही मार्गदर्शन के अभाव में तो कुछ अपनी खेती के कारण और कुछ अन्य कारणों से I यह देखा गया है कि अधिकांश मामलो में बच्चे उच्च शिक्षा लेना ही नहीं चाहते जो बचे वे जानकारी के अभाव में रूचि के विपरीत या जिन लाइनों का बाज़ार में मांग नहीं है उनमे दाखला लेकर भविष्य को ख़राब कर लेते है I अगर सही समय पर युवक-युवतियों को उचित मार्गदर्शन मिल जाये तो बच्चों का भविष्य उज्जवल होकर समाज व माता-पिता का नाम रोशन कर स्वयं का आर्थिक स्तर ऊँचा उठा सकते है I
मेडिकल सहायता ( स्वास्थ्य सहायता)
हमें बचपन से ही सिखाया जाता है कि स्वस्थ जीवन ही सफलता की कुंजी है। किसी भी व्यक्ति को अगर जीवन में सफल होना है तो इसके लिए सबसे पहले उसके शरीर का स्वस्थ होना आवश्यक है। व्यक्ति से अलग एक राष्ट्र पर भी यही सिद्धांत लागू होता है। भारत सकल राष्ट्रीय आय की दृष्टि से विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यस्था वाला देश है। लेकिन, जब बात देश में स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति की आती है तो सारा उत्साह मानों ख़त्म सा हो जाता है। स्वास्थ्य सुविधाओं की गुणवत्ता और सरकारी कार्यक्रमों की स्थिति भी गंभीर चिंता का विषय है। इसकी वजह से स्वास्थ्य सुविधाओं की विश्वसनीयता पर गंभीर प्रभाव पड़ रहा है। शहरी क्षेत्रों के मुकाबले ग्रामीण क्षेत्रों की स्थिति ज्यादा बदतर है और हमारा समाज ग्रामीण क्षेत्रो में ही जीवन यापन करता है इसलिए यह ज्यादा आवश्यक हो जाता है कि हमारे स्वास्थ्य कि चिंता हमे ही करनी पड़ेगी I आज कि स्वास्थ्य सुविधाये सिर्फ और सिर्फ व्यावसायिक होती जा रही है जिसके कारण जानकारी के आभाव में हम अक्सर गलत दिशा में गलत जगह पर समय व अर्थ का नुकसान कर देते है जो कि समाज का नुकसान है I
कृषि सहायता
जैसा कि सर्वविदित है की आजकल परम्परागत कृषि के साथ -साथ फल-फुल एवं ओषधीय खेती करने में भी समाज पीछे नहीं रहा है I इन सबके साथ साथ विशेष वैज्ञानिक पद्धति एवं तकनिकी का भरपूर उपयोग कर अधिक उत्पादन लिया जा रहा है, जिसके फलस्वरूप आज किसान समृद्धि और अग्रसर हुआ है I इन सबके बावजूद समाज का एक तबका ऐसा भी है जो अभी भी परम्परागत रूप से जमींन से जुडा हुआ है , वो आज भी पुरानी पद्धति ,पुराने विचारो से ताल्लुक रखता है I विशेषकर उन लोगो को साथ में लेकर चलने कि आवश्यकता को ध्यान में रखकर कृषि सम्बंधित हेल्पलाइन को प्रारम्भ किया गया है I समाजजनो से अपील कि जाती है कि कृषि सम्बंधित कोई भी विशेष जानकारी आपके पास हो तो अपने लोगो को उससे अवगत कराकर उन्हें भी मुख्यधारा में जोड़े I निम्नलिखित कृषको से सम्बंधित मद में आप सलाह लेकर अपनी कृषि कि उत्पादन क्षमता में बढोतरी कर आर्थिक रूप से सम्रद्ध हो सकते हो , जो की अभी तक इस सुविधा से वंचित थे I
Other
वैश्वीकरण के वर्तमान दिनों के प्रवाह के साथ चलने और राजनीतिक, सामाजिक, आर्थिक, सांस्कृतिक और शैक्षिक विकास के अवसरों में अपनी पहुंच बढ़ाकर उन्हें सशक्त बनाने के लिए कुर्मी समुदाय की पहचान को फिर से विकसित करने की तत्काल आवश्यकता
1. एक दूसरे को व्यक्तिगत रूप से जानना।
2. एक दूसरे के बिजनेस को जानना।
3. एक दूसरे के बिजनेस को प्रोमोट करना और अपने लिए अवसर तलाशना।
4. अपने सदस्यों के लिए सरकार और कॉरपोरेट जगत से संपर्क विकसित करना।
5. रेफ़रल, सहयोग, मार्गदर्शन, उत्साहवर्धन आदि उपायों से सदस्यों के बिजनेस में बढोत्तरी कराना।
6. अपने एवं सदस्यों के लाभ के लिए दृढ़ प्रतिज्ञ होना।
7. नई पीढ़ी में कुर्मी संस्कृति को प्रोत्साहित करना और अन्य समुदायों को संस्कृति और हमारी समृद्ध विरासत से परिचित कराना है। यह सांस्कृतिक कार्यक्रमों, कलाकारों, सपनों और संगीत समूहों को व्यवस्थित और प्रायोजित करके हासिल किया जाता है।