योगासन का मंत्र बांट रहे सर्जन डॉ. दीनानाथ

सर्जन डॉ. दीनानाथ पटेल अपने मरीजों "को ही नहीं आम जन को भी योग के जरिये निरोगी बना रहे हैं। अब तक वह दर्जनों स्कूलों के बच्चों को योग की शिक्षा दे चुके हैं। हरैया विकास खंड के खर्थुआ गांव निवासी 35 वर्षीय डॉ. पटेल ने किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमसी) लखनऊ से एमबीबीएस करने के बाद गोरखपुर मेडिकल कॉलेज से मास्टर इन सर्जरी (एमएस) किया। वर्तमान में गोरखपुर मेडिकल कॉलेज के ट्रामा सर्जरी में तैनात हैं। सप्ताह में दो दिन वह हरैया में लोगों का निश्शुल्क स्वास्थ्य परीक्षण कर दवाएं देते हैं। इसी के साथ वह सभी मरीजों को योगासन की सलाह देते हैं।
कहते हैं कि वह जब वर्ष 2000 में सीपीएमटी (कंबाइड प्री मेडिकल टेस्ट) की तैयारी कर रहे थे उसी समय से योग के प्रति उनकी रुचि विकसित हुई। अब जब वह डॉक्टर हो गए हैं तो मरीजों को हर हाल में योग करने की सलाह देते हैं। मरीजों पर इसका असर भी पड़ रहा है।
सप्ताह में दो दिन वह हरैया में राजीव दीक्षित चिकित्सालय पर लोगों को निश्शुल्क सेवा देते हैं। डॉ. पटेल ने स्कूल में शिविर लगाकर बच्चों को कपालभाति, अनुलोम विलोम सहित योग की अन्य जानकारियां दी हैं। पांच वर्ष से वह क्षेत्र के लोगों को योग की शिक्षा दे रहे हैं। वे कहते हैं कि योग और आयुर्वेद से मनुष्य कम से कम 100 वर्ष जिंदां रहता था। आज आम आदमी की औसत आयु कम हो रही है। स्वस्थ समाज स्कूलों में अब तक तकरीबन 20 हजार बच्चों को योग का प्रशिक्षण दे चुके हैं। कहते हैं कि बच्चों को योग का प्रशिक्षण देने से पूरी एक पीढ़ी ही नहीं बल्कि उन बच्चों की आने वाली पीढ़ी भी इस विधा को अपना कर जीवन भर निरोग रहेगी। डॉ. पटेल अपने मरीजों को कम से कम पैसे की दवाएं लिखते हैं। साथ ही जिस भी मरीज की चिकित्सा करते हैं उसको आम का एक पौधा देना नहीं भूलते हैं।