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गन्ना और केले की खेती से बदल दी अपनी किस्मत, आज सलाना कमा रहे 17 लाख रुपए
आजकल के पारम्परिक किसान पैसे की कमी की वजह से ना तो अपना परिवार ठीक से चला पाते और ना ही अपने खेतों में कोई अच्छी फसल उपजा सकते। यही वजह है कि किसान अपने खेतों के बारे में ना सोच कर वाह अपने परिवार और अपना पेट पालने के लिए अपने गांव से दूर शहर की ओर निकल पड़ते हैं।
इन सबसे इतर कुछ ऐसे भी किसान हैं जिनके पास पैसे ना होने के बावजूद भी वे अपने खेतों कई तरह के प्रयोग और तकनीक का इस्तेमाल करते हुए कड़ी मेहनत और लगन से काम करते हैं जिससे वह अपना और अपने परिवार का ध्यान अच्छी तरह रखते हैं। आज हम एक ऐसे ही किसान के बेटे की बात करेंगे जो पैसे की वजह से अपनी पढ़ाई पूरी नहीं कर पाए और अपने खेतों में कड़ी मेहनत और लगन से काम करके आज वह लाखों रुपए की कमाई कर रहे हैं।
हितेश पटेल (Hitesh Patel)
हितेश पटेल (Hitesh Patel) गुजरात (Gujrat) के भरूच (Bharoonch) जिले के रहने वाले हैं। हितेश (Hitesh) एक किसान परिवार से आते हैं। इनके घर की अर्थव्यवस्था खेती से ही चलती है। हितेश के पिता खेतों में काम करते थे परंतु इन्हें अपने खेतों से ज्यादा मुनाफा नहीं होता था। जिसकी वजह से हितेश कि शिक्षा 12वीं क्लास तक हीं हुई। हितेश 12वीं की परीक्षा पास कर लेने के बाद कॉलेज में दाखिला लिया। परंतु पैसे की किल्लत होने की वजह से हितेश ने अपनी पढ़ाई छोड़ दी। और अपने पिता के साथ मिलकर खेतों में काम करने लगे।
हितेश (Hitesh) बताते हैं कि हमने अपनी पिताजी के साथ मिलकर कुछ सालों तक अलग-अलग फसलों की खेती की परंतु इस खेती में हमें कोई ज्यादा मुनाफा नहीं हुआ। हम अपने खेतों में दिन-रात मेहनत करते थे और जब इन फसल को काटकर बाजार में बेचने जाते थे तब हमें उचित दाम नहीं मिलता था। कभी-कभी हमें प्रकृति की मार भी झेलनी पड़ती थी। हम और हमारे परिवार किसी भी तरह अपना गुजारा कर रहे थे। कभी-कभी तो ऐसा लगता था की खेती छोड़ कर के शहरों में जाकर कोई काम करूं।
गन्ना और केले की खेती के बारे में जानकारी हुई
आगे हितेश (Hitesh) बताते हैं कि कई साल गुजर जाने के बाद हमें एक जान पहचान के आदमी से मुलाकात हुई उन्होंने हमें गन्ना और केले की खेती के बारे में बताया। हितेश कहते हैं कि केले की खेती तो हम कभी किए नहीं थे परंतु गन्ने की खेती हम पहले से कर रहे थे लेकिन हम जिस तरीकों से गन्ने की खेती करते थे उस तरीके से हमें अच्छी आमदनी नहीं हो रही थी जब हम गन्ना काटकर बाजार में बेचते थे तो काफी समय तक हमें उसके दाम मिलने का इंतजार करना पड़ता था। परंतु उस परिचित आदमी ने मुझे गन्ने की खेती करने के लिए नए तरीके के बारे में बताया और इसे मार्केटिंग करने पर जोर देने की बात कही।
गन्ने (Sugarcane) और केले (Banana) की खेती की शुरुआत
हितेश (Hitesh) ने साल 2019 में लगभग 4 एकड़ जमीन में केले और गन्ने की खेती की शुरुआत की। हितेश ने अपने इस केले और गन्ने की खेती में काफी कुछ बदलाव किया इन्होंने केमिकल फर्टिलाइजर खाद की जगह ऑर्गेनिक खाद (Organic Compost) का इस्तेमाल किया और बाजार से इसके लिए अच्छी वैरायटी के बीज लाए। ऑर्गेनिक तरीके (Organic Method) से खेती करने से हितेश को गन्ने की खेती में 20-25 फीसदी तक की बढ़ोतरी हुई। इन्होंने इस गन्ने से गुड़ और कैंडी बनाकर बाजार में बेचना शुरू कर दिया। कुछ समय के बाद इनके केले की भी फसल तैयार हो गई। इन्होंने इस केले की मार्केटिंग काफी अच्छे तरीके से किया जिससे इन्हें काफी अच्छा आमदनी हुई। हितेश ने अपनी इस आमदनी और तरक्की को देखते हुए इन्होंने अपने खेती करने का दायरा और भी बढ़ा दिया। जिसमें इन्होंने इस खेती में प्रोडक्शन के साथ-साथ प्रोसेसिंग पर भी काफी ध्यान दिया। फिलहाल हितेश के पास गन्ने और केले के 4 हजार से भी ज्यादा प्लांट है। हितेश की इस गन्ने और केले की मार्केटिंग अलग-अलग राज्यों मध्य प्रदेश, राजस्थान, गुजरात जैसे अन्य राज्यों में भी करते हैं
इस तरह करें गन्ने की खेती
हितेश बताते हैं कि गन्ने की खेती करने के लिए खेतों को कम से कम तीन से चार बार जुताई करनी चाहिए। जिससे गन्ने का प्रोडक्शन काफी अच्छा होता है। जहां खेतों में पानी जमा होती है वहां इस फसल को उस पानी से बचाना चाहिए। गन्ने की बुआई के समय खेतों में नमी होनी चाहिए तथा यह हर तरह की मिट्टी में उगाई जा सकती है। गन्ने की बुआई साल में दो बार की जाती है, पहली बुआई फरवरी-मार्च में और फिर दूसरी बुआई अक्टूबर महीने में की जाती है। गन्ने की फसल 10-12 महीनों में तैयार हो जाती है। वह बताते हैं कि 1 एकड़ जमीन में गन्ने की खेती करने के लिए 20-30 हजार बीज की आवश्यकता होती है और इस बीज को 70 से 90 सेंटीमीटर की दूरी पर बोना चाहिए। वे बताते हैं कि गन्ने की फसल को फरवरी-मार्च महीने में 6 बार सिंचाई की जरूरत पड़ती है और अक्टूबर माह में चार-पांच बार सिंचाई करनी चाहिए।
कम लागत में अच्छा मुनाफा
हितेश (Hitesh) बताते हैं कि गन्ने की प्रोसेसिंग में ज्यादा खर्च नहीं आता है। इसमें आप 10 हजार से भी कम लागत में इसका सेटअप तैयार कर सकते हैं। जब गन्ना खेतों में तैयार हो जाता है तो उसे काट कर के उस गाने को अच्छी तरह से साफ कर लिया जाता है। फिर उसे मशीन में डाल कर के गन्ने को रस को निकाल लिया जाता है। फिर उसे एक कड़ाही में डालकर गर्म किया जाता है। इसके बाद या पूरी तरह से खोलने लगता है। इस कड़ाही से निकाल कर के हम फिर दूसरी कड़ाही में डाल देते हैं। थोड़ी देर बाद फिर इसे हम किसी तीसरे कड़ाही में डाल देते हैं। इस तीसरे कड़ाही में गुण अच्छी तरह प्यूरिफाई करते हैं। और इसमें खुशबू लाने के लिए अलग-अलग तरह के फ्लेवर का इस्तेमाल करते हैं। इसके बाद इस गुण को हम अलग-अलग आकार में काटकर पैक कर देते हैं। और बाजार में जाकर बेच देते हैं।
1 एकङ में गन्ने की खेती करने के लिए कुल लागत 70-80 हजार रुपए तक आती है और 1 एकड़ जमीन में लगभग 100 टन गन्ने का प्रोडक्शन हो जाता है जिसमें 1 टन गन्ने की कीमत लगभग 3 हजार रुपए तक मिलती है अगर 100 टर्न गन्ने की कीमत जोड़ा जाए तो 1 एकड़ जमीन में लगभग 3 लाख रुपए मिलते हैं। अगर हम इस गन्ने में लगे लागत को हटा देते हैं। तो हमें इस गन्ने से ढाई लाख रुपए तक का मुनाफा हो जाता है।
हितेश बताते हैं कि अगर केले की खेती के बारे में बात की जाए तो बिहार, महाराष्ट्र, गुजरात, मध्य प्रदेश, कर्नाटका, असम और आंध्र प्रदेश जैसे राज्यों में केले की खेती बड़े लेवल पर की जाती है। यह बताते हैं कि केले की खेती करने के लिए बलुई मिट्टी और दोमट मिट्टी काफी अच्छी होती है और जिस मिट्टी में नाइट्रोजन फास्फोरस और पोटाश जैसे एलिमेंट पाए जाते हैं वहां केले का प्रोडक्शन काफी अधिक मात्रा में और काकी बढ़िया होता है। केले की फसल को फरवरी मार्च महीने में लगानी चाहिए और या 10-12 महीनों में इसकी फसल तैयार हो जाती है। हितेश बताते हैं कि अगर बड़े लेवल पर केले की खेती करना चाहते हैं तो सबसे पहले खेत की मिट्टी को जांच करवा लें। इसके बाद इसके पौधों की रोपाई करने के लिए 45-60 CM गड्ढा करें। गड्ढा करने के बाद इस गड्ढे को खुली धूप में कुछ समय तक छोड़ दें इसके बाद केले के पौधे लगाने समय गोबर और थोड़ा बहुत नीम के पत्ता डाल दें। 1 एकड़ जमीन में लगभग 1500 केले के पौधे लगाएं। इसे 4-5 दिन के अंतर पर इस पौधे को सिंचाई करते रहें।
हितेश बताते हैं कि इस केले की खेती करने के लिए कुल लागत लगभग 1-1.5 लाख रुपए तक आती है। अगर इस केले के खेती को अच्छी तरह से उत्पादन किया जाए तो इसके लिए की खेती से लगभग 5 लाख रुपए तक की कमाई हो जाती है। अगर इस कमाई मैं से हम अपनी लागत निकाल देते हैं तो इसमें हमें 3.5 लाख रुपए तक का मुनाफा हो जाता है। इस केले से आप आइसक्रीम स्नेक्स आटा दवाई जैसे प्रोडक्ट बनाकर के भी अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं।
हितेश बताते हैं कि हम केले के बेस्ट से भी अच्छी कमाई कर सकते हैं। इस केले की बेस्ट से फाइबर निकालकर चटाई, पर्स, बैग, सेनेटरी पैड, होमडेकोर जैसे काफी चीजें बना करके इससे अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं।
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