जानिए, सफल डेयरी फार्मर दिनेश पटेल गायों को खिलाते हैं कौन सा पशु आहार, जिससे गायें नहीं पड़ती बीमार

डेयरी के सुल्तान में हम आपको अपनी मेहनत से मिसाल कायम करने वाले डेयरी किसानों की सफलता की स्टोरी बताते हैं। आज हम आपके सामने लाए हैं गुजरात के मेहसाणा जिले के जेपुर गांव के डेयरी फार्मर दिनेश कुमार बाबूभाई पटले की सक्सेस स्टोरी। दिनेश भाई के परिवार में खेतीबाड़ी और पशुपालन का पुश्तैनी काम है, लेकिन दिनेश भाई व्यावसायिक डेयरी फार्मिंग करना चाहते थे। अगस्त, 2018 में दिनेश भाई ने पंजाब से अच्छी नस्ल की हॉलिस्टियन फ्रीशियन गाएं (HF Cow) खरीदीं और अपने गांव में खेत की एक बीघा जमीन पर ही आधुनिक Dairy Farm खोल दिया।

दिनेश भाई पटले ने अपने डेयरी फार्म की शुरुआत 15 गायों से की थी। डेयरी टुडे से बातचीत में उन्होंने बताया कि वे विदेशी नस्ल की एच एफ गायों को ले तो आए, लेकिन उन्हें पोषणयुक्त चारा खिलाना एक बड़ी समस्या थी। क्योंकि उनके जिले में गायों के लिए अच्छा पशु आहार उपलब्ध नहीं था। जल्द ही इसका हल भी उन्हें मिल गया, जब पंजाब में नीदरलैंड्स की जानी-मानी पशु आहार कंपनी डी हयूस के बारे में पता चला। दिनेश भाई बताते हैं उन्होंने पटिलाया में स्थित डी हयूस का प्लांट दौरा किया और वहां पशु आहार की पूरी जानकारी हासिल की।

डी हयूस का पशु आहार है दिनेश भाई की सफलता का राज

दिनेश भाई के मुताबिक शुरुआती दिनों से ही उन्होंने डी हयूस का गोल्ड पशु आहार गायों को खिलाना शुरू किया। इससे एक-दो महीने में ही सभी गायें मेहसाणा की आवोहवा में ढल गईं और भरपूर मात्रा में दूध भी देने लगी। सफल डेयरी फार्मर दिनेश भाई खुशी से बताते हैं कि जब से उन्होंने डी हयूस का पशु आहार खिलाना शुरू है, तब से करीब सालभर होने को आया है, लेकिन उनकी एक भी गाय बीमार नहीं पड़ी है। दिनेश गर्व से बताते हैं कि उनके डेयरी फार्म पर पशु चिकित्सक नियमित तौर पर आते हैं, लेकिन उन्हें कभी गायों को एक भी इंजेक्शन लगाने की जरूरत नहीं पड़ी। इतना ही नहीं डी हयूस गोल्ड पशु आहार खिलाने की वजह से ही जहां दूध का SNF 8.6 प्रतिशत है, वहीं फैट की मात्रा 4 प्रतिशत।

डेयरी किसान दिनेश पटेल के मुताबिक ये गायों को खिलाये जाने वाले पशु आहार का ही कमाल है कि उनकी प्रत्येक गाय 12 से 15 लीटर प्रतिदिन दूध देती है। उन्होंने बताया कि हर महीने 30 बैग पशु आहार मंगाते हैं और बछड़ियों के लिए भी डी हयूस का स्टार्टर, जूनियर और सीनियर पशु आहार मंगाते हैं। दिनेश पटेल ने बताया के समय-समय पर पशु आहार कंपनी के अधिकारी और विशेषज्ञ भी डेयरी फार्म पर आते रहते हैं और गायों की देखभाल समेत दूसरी जरूरी सलाह देते रहते हैं।

डेयरी फार्मिंग से हर महीने 50 हजार रुपये की कमाई

दिनेश भाई पटेल ने बताया कि उन्होंने कभी गायों के खान-पान से समझौता नहीं किया। यही कारण है कि उनके Diry Farm पर रोजाना करीब 150 लीटर दूध का उत्पादन होता है और इससे उन्हें 45 से 50 हजार रुपये महीने की इनकम होती है। आज दिनेश भाई पटेल का डेयरी फार्म आस-पास के इलाके में मशहूर हो चुका है, दूर-दूर से डेयरी किसान उनके डेयरी फार्म पर आते हैं और उनकी सफलता का राज जानना चाहते हैं। दिनेश भाई पटेल की सफलता का एक ही मंत्र है- “उत्तम क्वालिटी का आहार खिलाओ, गायों को तंदरुस्त बनाओ और भरपूर मुनाफा कमाओ।

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