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परिधान प्रबंधन के क्षेत्र में बुनें बेहतर करिअर

परिधान उद्योग का हिस्सा बनकर अपने भविष्य को बेहतरीन आयाम दे सकते हैं। कपड़ों के चयन से लेकर उसकी पूरी तैयारी करना और उत्पादन का काम परिधान उद्योग में ही आता है।

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अब परिधान निर्माण के क्षेत्र में काम करने के लगातार मौके मिल रहे हैं।

युवाओं में ब्रांडेड कपड़ों के प्रति बढ़ते लगाव ने फैशन और परिधान उद्योग को काफी तेजी से बढ़ाया है। फैशन और परिधान उद्योग के बढ़ते दायरे से युवाओं के लिए करिअर के कई नए विकल्प उभरकर सामने आए हैं। इन्हीं में से एक है परिधान प्रबंधन। पहले फैशन उद्योग में केवल डिजाइनिंग का ही विकल्प होता था लेकिन अब परिधान निर्माण के क्षेत्र में काम करने के लगातार मौके मिल रहे हैं। कपड़ों और तकनीक में रुचि रखने वाले युवा फैशन उद्योग का आधार माने जाने वाले परिधान उद्योग का हिस्सा बनकर अपने भविष्य को बेहतरीन आयाम दे सकते हैं। कपड़ों के चयन से लेकर उसकी पूरी तैयारी करना और उत्पादन का काम परिधान उद्योग में ही आता है।

परिधान प्रबंधक का काम

परिधान प्रबंधक डिजाइन और उत्पादन टीम के बीच सेतु का काम करते हैं। कपड़ों का निर्माण करने के दौरान कर्मचारियों पर नजर रखने के अलावा बेहतर तालमेल बैठाना, कार्य को बेहतरीन ढंग से संचालित करना, कपड़े की गुणवत्ता की जांच करना और उसे बेहतर बनाने से जुड़े काम इन्हीं के जिम्मे होते हैं। खरीददार के साथ कंपनी का समझौता कराने का महत्त्वपूर्ण काम भी इन्हीं को ही करना होता है। कपड़ा व्यापारियों के साथ सामंजस्य बैठाना, नए फैशन या ट्रेंड, डिजाइन बाजार में होने वाले बदलाव से खुद को वाकिफ रखना परिधान प्रबंधक के कार्य का हिस्सा होते हैं।

योग्यता
परिधान निर्माण, परिधान मर्चेंडाइजिंग या फैशन तकनीक में स्नातक पाठ्यक्रम में दाखिले के लिए भौतिक, रसायन और गणित विषयों के साथ 12वीं की परीक्षा उत्तीर्ण करना अनिवार्य है। कुछ संस्थानों ने इन पाठ्यक्रमों में दाखिला लेने के लिए अधिकतम आयु सीमा निर्धारित की हुई है। कई अन्य संस्थानों में आयु सीमा की कोई बाध्यता नहीं है। मास्टर इन फैशन टेक्नोलॉजी पाठ्यक्रम में दाखिले के लिए बैचलर इन फैशन टेक्नोलॉजी या किसी भी संकाय में बैचलर इन इंजीनियरिंग या बैचलर इन टेक्नोलॉजी की डिग्री जरूरी है।

पाठ्यक्रम
बैचलर इन फैशन टेक्नोलॉजी (बीएफटेक)
बीएससी इन फैशन टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट (बीएससी-एफटेक)
बैचलर इन अपैरल प्रोडक्शनबैचलर इन फैशन मैनेजमेंट
बैचलर इन फैशन मार्केटिंग
बैचलर इन अपैरल मर्चेंडाइजिंग
मास्टर इन फैशन टेक्नोलॉजी (एमएफटेक)

संस्थान
राष्ट्रीय फैशन तकनीकी संस्थान; नई दिल्ली, बंगलुरु, भोपाल, चेन्नई, गांधीनगर, हैदराबाद, कन्नूर, कोलकाता, मुंबई, पटना, रायबरेली, कांगड़ा, जोधपुर, भुवनेश्वर और शिलांग
भरथियार विश्वविद्यालय, कोयंबटूर
बनस्थली विश्वविद्यालय, जयपुर
भारतीय फैशन तकनीकी संस्थान, बंगलुरु
पर्ल एकेडमी, नई दिल्ली, मुंबई, नोएडा, जयपुर
राष्ट्रीय फैशन डिजाइन संस्थान, चंडीगढ़
सरदार वल्लभभाई पटेल वस्त्र एवं प्रबंधन अंतरराष्ट्रीय संस्थान, कोयंबटूर

बढ़ रही है मांग

जितनी तेजी से परिधान उद्योग बढ़ रहा है और हर दिन नए-नए देशी-विदेशी ब्रांड इस इंडस्ट्री में अपनी शुरुआत कर रहे हैं। इससे इस क्षेत्र में संभावनाओं के अनके दरवाजे खुल गए हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक 2021 तक भारतीय कपड़ा उद्योग का कारोबार 223 अरब डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है, जिसमें कई करोड़ लोगों को इस उद्योग में रोजगार मिलेगा। ऐसा होने पर निश्चित रूप से परिधान विशेषज्ञों के लिए बेहतर अवसर उपलब्ध होंगे।

वेतनमान
बैचलर डिग्री करने के बाद परिधान उद्योग में कदम रखते ही शुरुआत में चार से पांच लाख रुपए का सालाना पैकेज आसानी से मिल जाता है। अनुभव होने पर किसी भी पेशेवर को 10-15 लाख या इससे ज्यादा का पैकेज मिल सकता है। विदेश में भी संभावनाओं की कमी नहीं है।