बिना डिग्री बना दी 1.2 अरब डॉलर की कंपनी – Fogg के निर्माता दर्शन पटेल

फॉग डिओ की कहानी: बिना डिग्री के बना दिया 1.2 अरब डॉलर का ब्रांड, दर्शन पटेल की सफलता से सीखिए बिजनेस की असली परिभाषा

नई दिल्ली – भारतीय डिओडरेंट बाजार में "फॉग चल रहा है" टैगलाइन से तहलका मचाने वाले फॉग (Fogg) ब्रांड के पीछे एक ऐसे शख्स की कहानी है, जिन्होंने न तो किसी बिजनेस स्कूल में पढ़ाई की, न ही किसी बड़ी कंपनी में अनुभव लिया — फिर भी आज उनकी कंपनी विनी कॉस्मेटिक्स की वैल्यू 1.2 अरब डॉलर से ज्यादा है। हम बात कर रहे हैं दर्शन पटेल की, जिनकी सफलता की कहानी आज युवाओं के लिए प्रेरणा है।

बिना बिजनेस डिग्री, लेकिन मजबूत विजन

गुजरात के रहने वाले दर्शन पटेल के पास कोई मैनेजमेंट डिग्री नहीं थी, लेकिन मार्केट की नब्ज पहचानने की उनमें जबरदस्त काबिलियत थी। उन्होंने कभी किसी कंपनी में काम नहीं किया, लेकिन अपने आत्मविश्वास और दूरदर्शिता के दम पर बड़े-बड़े ब्रांड्स को पीछे छोड़ दिया।

पारस फार्मा से शुरूआत, 3260 करोड़ में बिक्री

दर्शन पटेल ने पहले पारस फार्मास्युटिकल्स की स्थापना की, जहां से मूव, इचगार्ड, लिवोन, क्रैक हील जैसे हिट प्रोडक्ट्स निकले। साल 2010 में उन्होंने इस कंपनी को 3,260 करोड़ रुपये में बेच दिया और इसके बाद शुरू किया विनी कॉस्मेटिक्स, जिसके तहत फॉग डिओडरेंट लॉन्च किया गया।

फॉग की अनोखी ब्रांडिंग ने बदली बाजार की तस्वीर

फॉग की मार्केटिंग रणनीति ने बाजार की धारणा को बदल दिया। जहां बाकी ब्रांड डिओडरेंट को "महिलाओं को आकर्षित करने वाला" उत्पाद दिखा रहे थे, वहीं दर्शन पटेल ने बिना गैस वाला डिओ कहकर इसे एक वास्तविक उपयोगिता उत्पाद के रूप में प्रचारित किया।

ग्राहकों को यह बात समझ में आई कि फॉग में उन्हें ज्यादा वैल्यू मिल रही है – एक डिओ, जो गैस नहीं बल्कि असली परफ्यूम देता है। यही स्ट्रैटेजी फॉग को बाजार में सुपरहिट बना गई।

आज 3500 करोड़ के डिओ मार्केट में फॉग की धूम

आज भारत का डिओडरेंट मार्केट करीब 3500 करोड़ रुपये का है और इसमें फॉग सबसे बड़ा नाम बन चुका है। दर्शन पटेल ने एक बार फिर यह साबित किया है कि सफलता का कोई फॉर्मूला नहीं होता, जरूरत होती है एक बेहतर नजरिए और ग्राहक को समझने की क्षमता की।


सबक: अगर आपके पास आइडिया मजबूत है और आप ग्राहक की जरूरतों को ठीक से समझते हैं, तो बड़ी-बड़ी डिग्रियां भी फीकी लगने लगती हैं। दर्शन पटेल की कहानी हर युवा उद्यमी के लिए एक सबक है कि सोच बड़ी हो तो सफलता आपके कदम चूमती है।
- Source Online
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