अयोध्या के अशोक वर्मा जी— सच बोलने वाले एक सिद्धांतनिष्ठ समाजवादी चेहरा

सच बोलने का दूसरा नाम – अशोक वर्मा
उत्तर प्रदेश के अयोध्या जनपद में जब भी सिद्धांतनिष्ठ राजनीति और निडर वक्तव्य की बात होती है, तो एक नाम स्वतः ही सामने आता है — श्री अशोक कुमार वर्मा। अपनी बेबाक लेखनी, ईमानदार व्यक्तित्व और समाजवादी विचारधारा के प्रति अडिग समर्पण के लिए वे प्रदेशभर में विशेष पहचान रखते हैं।
परिवार और प्रारंभिक जीवन
12 जनवरी 1965 को ग्राम ददेरा, जिला अयोध्या में जन्मे अशोक वर्मा जी के रगों में सामाजिक सेवा और राजनीति विरासत के रूप में बहती है। उनके पिता स्व. श्री राम लखन वर्मा जनता पार्टी और लोकदल में जिला सचिव रहे तथा कृषि से भी जुड़े रहे। माता श्रीमती प्रेमा वर्मा, एक संस्कारी और समाजसेवी महिला रही हैं। उनके परदादा स्व. चौधरी राम हरख वर्मा सामाजिक बुराइयों के विरोधी थे, जो बाल विवाह और दहेज जैसी कुरीतियों के खिलाफ जीवन भर संघर्ष करते रहे।
यह परिवार कभी भाजपा, कांग्रेस या जनसंघ से नहीं जुड़ा, बल्कि कम्युनिस्ट पार्टी, भारतीय क्रांति दल और फिर समाजवादी विचारधारा को अपनाकर जनसेवा की राह पर चला।
राजनीतिक यात्रा
1992 से श्री अशोक वर्मा जी समाजवादी पार्टी के सक्रिय सदस्य हैं।
2010 से 2015 तक वे अयोध्या विधानसभा अध्यक्ष रहे।
2012 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने समाजवादी पार्टी को पहली बार अयोध्या सीट दिलाने में अहम भूमिका निभाई।
वे जिला पंचायत और प्रधान पद का चुनाव भी लड़ चुके हैं और कई आंदोलनों में जेल यात्रा कर चुके हैं।
उनकी राजनीतिक प्रेरणाएँ हैं –
श्री अवधेश प्रसाद (सांसद),
स्व. मुलायम सिंह यादव,
बाबू बेनी प्रसाद वर्मा।
शिक्षा और पारिवारिक उपलब्धियाँ
उन्होंने हाईस्कूल और इंटर की शिक्षा राजकरण वैदिक इंटर कॉलेज, फैज़ाबाद से और स्नातक साकेत डिग्री कॉलेज, अयोध्या से प्राप्त की।
उनके परिवार में शिक्षा, प्रशासन और तकनीकी क्षेत्रों में भी उच्च उपलब्धियाँ हैं —
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उनके ताऊ प्रिंसिपल रहे,
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एक चाचा नगर निगम के चीफ सेनेट्री इंस्पेक्टर,
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दूसरे जिले के प्रतिष्ठित ठेकेदार।
परिवार के कई सदस्य आज IAS, PCS, इंजीनियर और प्रोफेसर हैं।
परिवारिक जीवन
उनकी पत्नी श्रीमती उषा वर्मा भी स्नातक हैं।
उनके तीन संताने हैं —
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बड़ी बेटी इंजीनियर,
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बेटा MA, PhD कर चुका है और असिस्टेंट प्रोफेसर बनने की तैयारी में है,
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छोटी बेटी MSc (बायोकेमेस्ट्री) कर चुकी है और PhD की तैयारी कर रही है।
सिद्धांत, समाज सेवा और दृष्टिकोण
श्री अशोक वर्मा एक सच्चे समाजवादी हैं।
सादगी, ईमानदारी और नीतिगत स्पष्टता उनकी पहचान है।
वे अनाथ और गरीब बच्चों की मदद के लिए सदैव तत्पर रहते हैं और अपने विचारों व सत्य से कभी समझौता नहीं करते। उनका स्पष्ट कहना है:
“मैंने राजनीति को कभी सत्ता का साधन नहीं, सेवा का माध्यम समझा है।”
2027 और भविष्य की राजनीति
यदि 2027 के विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी उन्हें अयोध्या सीट से प्रत्याशी बनाती है, तो वे पूरी ताकत और प्रतिबद्धता के साथ चुनाव लड़ेंगे और एक बार फिर पार्टी को ऐतिहासिक जीत दिला सकते हैं।
संपर्क करें:
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???? मोबाइल: 9795092291
अशोक वर्मा जी आज की राजनीति में उस दुर्लभ वर्ग का प्रतिनिधित्व करते हैं, जो सत्ता नहीं, सत्य की बात करता है — और शायद इसीलिए, उन्हें कहा जाता है:
“सच बोलने का दूसरा नाम – अशोक वर्मा”।
- संपादक
संदीप पटेल SPTM