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मिर्जापुर की बेटी ने 18000 फीट की ऊंची चोटी पर फहराया तिरंगा

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उत्तर प्रदेश में मिर्जापुर जिले के चुनार तहसील के हिनौती माफी गांव में किसान संतराम पटेल के यहां जन्मी बिटिया काजल पटेल (एनसीसी कैडेट) ने लद्दाख की ऊंची बर्फीली चोंटी पर तिरंगा फहराकर जिले के साथ ही प्रदेश का भी नाम रोशन किया है। बिटिया के उपलब्धि से गांव में जश्न का माहौल है। एनसीसी गर्ल्स माउंटेनियरिंग प्रतियोगिता के तहत 18 छात्राओं के दल में उत्तर प्रदेश से बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय की एनसीसी कैडेट काजल पटेल को शामिल किया गया था।

लद्दाख की ऊंची चोंटी पर चढ़ने से पूर्व काजल ने बीएचयू के बिंग कमांडर मानव कुमारिया, जूनियर वारंट ऑफिसर सतीष कुमार मृत्युजंय कुमार के सानिध्य में पूरी तैयारी कर रखी थी। दस मई से सोलह जुलाई तक चले इस अभियान में एक जुलाई को छात्राओं का दल लद्दाख की ऊंची बर्फीली चोटी पर पहुंचकर राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा फहरायी थी। काजल इंटर तक की शिक्षा ग्रामीण अंचल के विद्यालयों में ही प्राप्त की है। सरदार पटेल इंटर कालेज कोलना से वर्ष 2014 में इंटर की परीक्षा पास की थी। वर्तमान में वह वाराणसी के अग्रसेन पीजी कालेज से बीएससी (मैथ) द्वितीय वर्ष की छात्रा है।

बीएससी के साथ एनसीसी एयरफोर्स में ली प्रवेश

लद्दाख की बर्फीली चोटी फतह कर तिरंगा फहराने वाली काजल ने इंटर पास करने के बाद बीएससी में प्रवेश लेते समय ही बीएचयू के एनसीसी एयरफोर्स में भी दाखिला लिया। वह शुरू से ही हरफनमौला थी जब वर्ष 2014 में काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में प्रवेश के लिए गयी तो पहले दिन दौड़ में दूसरा स्थान तथा दूसरे दिन दौड़ में पहला स्थान हासिल की थी। मड़िहान विधायक रमाशंकर सिंह पटेल ने हिनौती माफी गांव की कैडेट काजल पटेल को लद्दाख की चोटी पर तिरंगा झंडा लहराने पर बधाई दी।