उद्यानिकी से समृद्धि: किसान सोमप्रसाद पटेल की सफलता की कहानी

पारंपरिक खेती से उद्यानिकी की ओर – किसान सोमप्रसाद पटेल की सफलता की कहानी

सक्ती, डभरा, छत्तीसगढ़ । ग्राम पंचायत दर्री के निवासी किसान श्री सोमप्रसाद पटेल ने पारंपरिक खेती को छोड़कर उद्यानिकी फसल अपनाकर अपनी आर्थिक स्थिति में उल्लेखनीय सुधार किया है। पहले पारंपरिक धान्य फसल उगाकर जीवन यापन करने वाले श्री पटेल को जब उद्यानिकी विभाग की योजनाओं की जानकारी मिली, तो उन्होंने खेती के इस क्षेत्र में कदम रखा।

उद्यानिकी विभाग से जुड़ने के बाद उन्होंने टमाटर की खेती प्रारंभ की और उसमें सूक्ष्म सिंचाई (ड्रिप) और मल्चिंग तकनीक का उपयोग किया। इस तकनीकी खेती से उन्हें 18,000 किलोग्राम उत्पादन मिला, जिसे स्थानीय बाजार में बेचकर उन्हें लगभग ₹2.70 लाख की शुद्ध आय प्राप्त हुई। यह परंपरागत खेती से कई गुना अधिक है।

श्री पटेल ने बताया कि उन्हें राष्ट्रीय कृषि विकास योजना 2024-25 के अंतर्गत 0.50 हेक्टेयर टमाटर की फसल पर ₹10,000 का अनुदान प्राप्त हुआ, जिससे उन्हें शुरुआती सहायता मिली। अब न केवल वे खुद मुनाफा कमा रहे हैं, बल्कि उनके आसपास के किसान भी प्रेरित होकर उद्यानिकी फसलें लगाने लगे हैं।

उन्होंने सरकार और उद्यानिकी विभाग का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि ऐसी योजनाएं किसानों के लिए वरदान हैं और इससे गांवों में आर्थिक आत्मनिर्भरता बढ़ रही है।