हिमांशु पटेल: इलेक्ट्रिक वाहनों के भविष्य की दिशा तय करता एक भारतीय-अमेरिकी सपना

हिमांशु पटेल: एक भारतीय अमेरिकी जिनका सपना है इलेक्ट्रिक वाहनों से दुनिया को बदलना
नई दिल्ली।
जब कोई सपना देखता है, तो उसके पीछे जुनून और कड़ी मेहनत का मेल होता है। ऐसा ही एक सपना देखा हिमांशु पटेल ने—एक भारतीय-अमेरिकी सीरियल उद्यमी, जो अब दुनिया के इलेक्ट्रिक वाहन (EV) उद्योग को नए सिरे से परिभाषित करने में जुटे हैं। ट्राइटन इलेक्ट्रिक व्हीकल इंडिया के सीईओ के रूप में, हिमांशु का सफर प्रेरणा और नवाचार का प्रतीक बन चुका है।
शुरुआत: इलेक्ट्रॉनिक्स से इलेक्ट्रिक तक
हिमांशु पटेल ने अपने करियर की शुरुआत इलेक्ट्रॉनिक्स उद्योग में की थी, जहाँ उन्होंने दो सफल कंपनियाँ—ट्राइटन सोलर और ट्राइटन इंफोसिस—स्थापित कीं। ट्राइटन सोलर आज बैटरी सेल और सौर पैनल निर्माण में अग्रणी है और हिमांशु की नवाचार क्षमता का जीता-जागता उदाहरण है।
ट्राइटन EV: एक क्रांति की ओर कदम
2018 में हिमांशु ने अमेरिका स्थित ट्राइटन इलेक्ट्रिक व्हीकल LLC के तहत EV क्षेत्र में कदम रखा और भारत में इसकी सहायक कंपनी की नींव रखी। उनका उद्देश्य: “ऊर्जा को अधिक विश्वसनीय, अधिक किफायती और अधिक प्रभावी बनाना।”
पावर होम लिंक: तकनीक जो घर चलाए, कार नहीं बसाए
हिमांशु के नेतृत्व में पावर होम लिंक जैसी क्रांतिकारी तकनीक विकसित की गई है, जो आपकी EV को न केवल चलाती है, बल्कि पीक-ऑवर के दौरान आपके घर को बिजली भी देती है। यह न केवल ऊर्जा बचाता है बल्कि ग्रिड पर लोड भी कम करता है।
स्थिरता और नवाचार का मेल
हिमांशु का मानना है कि, "ईवी को लंबी दूरी का तभी कहा जा सकता है जब वो एक बार चार्ज में सफर पूरा करे, ना कि बीच में चार्जिंग के लिए रुके।" यही सोच ट्राइटन के उत्पादों में झलकती है—मॉडल H लग्ज़री SUV, मॉडल N4 सेडान, और अब जल्द आने वाला सेमी ट्रक।
भारत में मैन्युफैक्चरिंग, भारत के लिए
हिमांशु की योजना है कि ट्राइटन के हर भाग का निर्माण भारत में ही हो। उनका सपना है मेक इन इंडिया को नई ऊँचाइयों तक पहुँचाना, और EV उद्योग में भारत को वैश्विक नेता बनाना।
सम्मान और पहचान
हिमांशु को अमेरिकन एकेडमी ऑफ हॉस्पिटैलिटी साइंसेज की ओर से "Six Star Diamond Award" और "Five Star Diamond Award" जैसे प्रतिष्ठित सम्मान मिल चुके हैं। हाल ही में उन्हें अमेरिकी कांग्रेस में पीट सेशंस द्वारा ऊर्जा-इंफ्रास्ट्रक्चर सलाहकार नियुक्त किया गया।
कॉर्पोरेट मंत्र
हिमांशु का संदेश आने वाले उद्यमियों के लिए बिल्कुल स्पष्ट है:
"अगर आप कुछ हासिल करना चाहते हैं, तो आपको इसके लिए पूरी शिद्दत से मेहनत करनी होगी। आसान कुछ नहीं होता, पर नामुमकिन भी नहीं।"
निष्कर्ष:
हिमांशु पटेल न केवल एक दूरदर्शी लीडर हैं, बल्कि भारत और अमेरिका के बीच नवाचार और सहयोग का सेतु भी हैं। ट्राइटन EV उनकी सोच, दृष्टिकोण और भारतीयता का संपूर्ण प्रतिबिंब है—एक ऐसा प्रयास जो सिर्फ व्यापार नहीं, बल्कि भविष्य को रेखांकित करता है।
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