नीतीश के करीबी रहे पूर्व मंत्री वृषिण पटेल ने थामा जन सुराज का दामन, प्रशांत किशोर को मिला भटकता बड़ा कुर्मी नेता

पूर्व मंत्री वृषिण पटेल ने थामा जन सुराज का दामन, प्रशांत किशोर के साथ नई राजनीतिक पारी के शुरुआत की कोशिश में

बिहार की राजनीति में एक महत्वपूर्ण बदलाव देखने को मिला है, जहां राज्य के पूर्व मंत्री और कभी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के करीबी रहे वृषिण पटेल ने प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी में शामिल होकर नई राजनीतिक पारी की शुरुआत की है।​ वृषिण पटेल ने वैशाली जिले में पत्रकारों से बातचीत के दौरान इस बात की पुष्टि की कि उन्होंने जन सुराज पार्टी का दामन थाम लिया है। उन्होंने शनिवार को प्रशांत किशोर से मुलाकात कर इस नई राजनीतिक यात्रा की शुरुआत की।​

जब से वृषिण पटेल ने नितीश जी का साथ छोड़ा है तब से पटेल जी का राजनीतिक सफर काफी विविध रहा है। पटेल जी कई बार वैशाली विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर चुके है । स्वतंत्रता सेनानियों के परिवार से संबंध रखने वाले पटेल को कभी नीतीश कुमार के बाद राज्य में दूसरा सबसे बड़ा कुर्मी नेता माना जाता था।​ 2005 में नीतीश कुमार के मुख्यमंत्री बनने के बाद पटेल राज्य मंत्रिमंडल में शामिल हुए थे। हालांकि, 2015 में नीतीश से रिश्ते खराब होने के बाद उन्होंने पार्टी छोड़ दी और जीतन राम मांझी के नेतृत्व वाले हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा में शामिल हो गए। 2020 में जब मांझी और नीतीश कुमार के बीच गठबंधन हुआ, तो पटेल ने एनडीए छोड़ दिया और राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) में शामिल हो गए। करीब 5 साल तक आरजेडी में रहने के बाद उनका इस पार्टी से भी मोह भंग हो गया और अब उन्होंने प्रशांत किशोर की पार्टी जन सुराज का दामन थाम लिया है।​

क्या बिहार की राजनीति में यह नया समीकरण आने वाले दिनों में कुछ रंग लाएगा, या हमेशा की तरह पटेल जी को मुँह की खाना पड़ेगा ।​