कानपुर: डॉक्टर नीरज सचान ने निभाया मानव धर्म, मृत महिला की बेटी के लिए खोला सुकन्या समृद्धि खाता, वेतन से दिए ₹25,000

मानवता की मिसाल: बिधनू सीएचसी के चिकित्साधिकारी डॉ. नीरज सचान ने मृत महिला की बेटी के लिए खोला सुकन्या समृद्धि खाता, वेतन से दिए ₹25,000
डॉक्टर ने निभाया समाजिक दायित्व, मासूम अनाथ बच्ची के भविष्य के लिए उठाया संवेदनशील कदम
कानपुर नगर के बिधनू सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (CHC) में एक गर्भवती महिला की मृत्यु के बाद उसकी छोटी सी बच्ची अनाथ हो गई थी। इस दर्दनाक घटना ने पूरे क्षेत्र को झकझोर दिया। लेकिन इस दुःख की घड़ी में बिधनू सीएचसी के चिकित्साधिकारी डॉ. नीरज सचान ने एक उदाहरणात्मक कदम उठाकर मानवता की अनोखी मिसाल पेश की है।
बिधनू थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले रमजीपुरवा गांव के निवासी किसान कमलेश कुमार की पत्नी पूजा (उम्र 30 वर्ष) की कुछ दिन पहले कार्डिएक अरेस्ट से मृत्यु हो गई। पूजा गर्भवती थीं और अचानक तबीयत बिगड़ने पर सीएचसी लाई गईं थीं, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।
इस हादसे के बाद कमलेश कुमार अपनी मासूम बेटी के पालन-पोषण को लेकर बेहद चिंतित थे। उन्होंने डॉ. नीरज सचान से मदद की गुहार लगाई। डॉ. सचान ने समाज और डॉक्टर धर्म दोनों का निर्वहन करते हुए तुरंत निर्णय लिया और बच्ची के नाम से सुकन्या समृद्धि योजना के तहत एसबीआई बैंक रमईपुर शाखा में खाता खुलवाया। उन्होंने अपने वेतन खाते से ₹25,000 का चेक बच्ची के खाते में जमा कराया।
डॉ. सचान ने इस मौके पर कहा –
“डॉक्टर भी इंसान होते हैं। माँ की मृत्यु के बाद इस बच्ची का भविष्य अधर में न रहे, यही हमारी प्राथमिकता है। इसलिए मैंने पहल करते हुए सुकन्या योजना से इसे जोड़ा है। आगे भी परिवार को जो भी मदद चाहिए होगी, हम तैयार हैं।”
परिवार ने इस मानवीय पहल के लिए डॉक्टर नीरज सचान का हृदय से आभार व्यक्त किया है।